Monday 11 May 2015

अपनी कीमत उतनी रखिए


अपनी कीमत उतनी रखिए,जो अदा हो सके !
अगर अनमोल हो गए तो,तन्हा हो जाओगे..!
खेल ताश का हो या ज़िन्दगी का,
अपना इक्का तभी दिखाना,
जब सामने वाला बादशाह निकाले..!!
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-------------शुभम सचान "गुरु"-------------

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