जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख्तोताज़ नहीं होते...
ढूँढ लेना अंधेरों में अपनी मंजिल,
जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते...
------------------------------------------------------------
----------------------शुभम सचान "गुरु"--------------------
No comments:
Post a Comment