Saturday 13 June 2015

बहुत अँधेरा सा है दिल के कमरे में

बहुत अँधेरा सा है दिल के कमरे में,
सोचता हूँ कुछ ख्वाब जलाए जाए...
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-------------शुभम सचान "गुरु"------------

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